सेक्सोलॉजिस्ट एके जैन पर फर्जीवाड़े का आरोप, मुकदमा दर्ज
लखनऊ। प्रदेश की राजधानी लखनऊ के थाना नाका हिंडोला में स्वयंभू सेक्स स्पेशलिस्ट या सेक्सोलोजिस्ट बने डॉक्टर एके जैन के खिलाफ फ्रॉड की एफआईआर दर्ज हुई है। आरटीआई कंसलटेंट संजय शर्मा की तहरीर पर नाका थाने में एफआईआर दर्ज की गई हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता ने दर्ज कराई एफआईआर
संजय शर्मा ने बताया कि डॉक्टर एके जैन ने निखिल भारतवर्षीय आयुर्वेद विद्यापीथ नई दिल्ली से दिसम्बर 1982 में आयुर्वेदाचार्य का उपप्रमाणपत्र प्राप्त किया और अगले ही वर्ष 1983 में लखनऊ यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ लॉज की डिग्री प्राप्त कर ली है जो कि एक साल में प्राप्त करना संभव ही नहीं था।
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बकौल संजय इससे स्पष्ट था कि या तो डॉक्टर जैन ने निखिल भारतवर्षीय आयुर्वेद विद्यापीठ नई दिल्ली द्वारा दिसम्बर 1982 में जारी दिखाया गया आयुर्वेदाचार्य का उपप्रमाणपत्र कूटरचना करके फर्जीबाड़े से बनाया था अथवा डॉक्टर वर्ष 1983 में लखनऊ यूनिवर्सिटी से जारी बैचलर ऑफ लॉज की डिग्री कूटरचना करके फर्जीबाड़े से बनाई थी, क्योंकि एक साल के अंदर लखनऊ यूनिवर्सिटी की बैचलर ऑफ लॉज की डिग्री प्राप्त की ही नहीं जा सकती थी।
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संजय के अनुसार डॉ. जैन ने इन दोनों शैक्षिक योग्यताओं को अपनी वेबसाइट पर प्रदर्शित कर इन दोनों शैक्षिक योग्यताओं का प्रयोग अपने व्यवसाय को बढाने के लिए और मरीजों को प्रभावित करके अपनी तरफ खींचने के लिए किया था और इस प्रकार उपरोक्त दोनों शैक्षिक योग्यताओं में से जो भी फर्जी थी उस फर्जी योग्यता के प्रमाणपत्र से भी धनोपार्जन करने के साथ-साथ लोगों के साथ धोखाधड़ी भी की थी। संजय ने बताया कि उनको थाने से एफआईआर की प्रति बीते कल मिली है और वे जल्द ही विवेचक से मिलकर उनको डॉक्टर जैन के फर्जीबाड़े के और प्रमाण देकर अपना बयान अंकित कराएंगे।
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